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रविवार, 31 जुलाई 2022

अब सर्जरी नहीं दवाई से भी मोतियाबिंद का इलाज संभव, जानिए कैसे

 
अब सर्जरी नहीं दवाई से भी मोतियाबिंद का इलाज संभव, जानिए कैसे



जब हमारे आँखों की पुतली पर एक उजला बादल जैसा परत आने लगे तो समझ लेना चाहिए मोतियाबिंद ने दस्तक दी है। मोतियाबिंद लोगों में दृष्टि हानि का आम कारण है, जो 40 साल एवं उससे अधिक उम्र के लोगों में अमूमन पाया जाता है। मोतियाबिंद का इलाज नहीं किया जाए तो यह अंधेपन का प्रमुख कारण बन सकता है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज़ अब तक सिर्फ सर्जरी के जरिए किया जाता था, पर शुक्र है हैसलैब होम्योपैथिक मेडिसिन का, जिसने इस बीमारी के लिए एक अचूक एवं बेहतरीन समाधान निकला है।

इस होम्योपैथिक दवा का नाम एससीएम सिनेरिया मारिटिमा आइड्रॉप है। यह आइड्रॉप जो लेंस में दोषपूर्ण प्रोटीन को भंग कर प्रकाश को इधर उधर होने से रोकता है जो मोतियाबिंद निरोधक है। इस हैसलैब एससीएम सिनेरिया मारिटिमा आइड्रॉप का प्रयोग कई लोगो ने किया जिन्हे मोतियाबिंद की शिकायत थी, इस आइड्रॉप को इस्तेमाल करके उन्हें इसके सकारात्मक परिणाम भी मिले है।

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